SBI Plan 2024: SBI धांसू प्लान शान से कटने वाला है बुढ़ापा घर बैठे मिलेगा पैसा, जाने फुल डिटेल्स
रिटायरमेंट की योजना बनाना महत्वपूर्ण है ताकि बुढ़ापे का समय आराम से बिताया जा सके। उसमें बहुत से लोग रोजमर्रा के खर्चों को पूरा नहीं कर पाते हैं। उनके पास इसके लिए बचत करने का कोई अवसर नहीं है।
विपरीत परिस्थितियों में धन की बचत काफी मुश्किल होती है और साथ ही बुढ़ापा भी आता है। यही कारण है कि देश का सबसे बड़ा बैंक एसबीआई ने लोगों के लिए एक धांसू योजना बनाई है। बुढ़ापे में घर बैठे पैसे मिलेंगे और आय पर कोई टैक्स भी नहीं लगेगा।
जानकारी के लिए बता दें कि एसबीआई ने वर्तमान में रिवर्स मॉर्गेज स्कीम पेश की है, जो बुजुर्गों को राहत देगी। वहीं, रिटायरमेंट के लिए धन नहीं बचाया है। इसलिए सरकारी बैंक भी ऐसे लोगों को एक उम्र के बाद घर बैठे पैसे देगा। जो अपने इलाज या दैनिक खर्चों का भुगतान कर सकें। न तो बैंक इस धन को वापस मांगता है और न ही खर्च पर टैक्स देना होता है।
रिवर्स मॉर्गेज स्कीम के बारे में जानें
SBI ने ये योजनाएं बुजुर्गों को ध्यान में रखकर बनाई हैं। इसके तहत बैंक घरों के बदले पैसे देता है। रिवर्स मॉर्गेज का मतलब है कि बैंक आपकी संपत्ति के बदले धन देगा।
इस पर कोई ब्याज नहीं लिया जाएगा और ईएमआई नहीं चुकाना होगा। यही नहीं, मॉर्गेज अवधि के दौरान मकान का मालिकाना हक बुजुर्गों के पास रहेगा और उन्हें बाहर नहीं निकाला जाएगा।
कैसे ये लोन काम करते हैं?
मार्गेज लोन आमतौर पर 60 वर्षों के बाद ही मिलता है। एसबीआई की मॉर्गेज लोन स्कीम 62 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए है। इसमें न्यूनतम आयु सीमा नहीं है। ये निधि के एवज में दिए जाते हैं। लेकिन सबसे अच्छा यह है कि मंथली चाहें तो इसे पेंशन या सैलरी के रूप में भी उपयोग कर सकते हैं। बुजुर्गों की भी आयु कम से कम 55 वर्ष की होनी चाहिए।
लोन की विशेषताओं को जानें
लोन के आवेदनकर्ता के नाम पर ही संपत्ति होनी चाहिए, जिस पर कोई कर्ज या बकाया नहीं होना चाहिए। जिस संपत्ति के लिए लोन ले रहे हैं वहाँ भी २० वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए।
लोन की राशि उसी संपत्ति के आधार पर निर्धारित होती है। जो 3 लाख से 1 करोड़ तक हो सकता है। आवेदन करने वाले को अनापत्ति प्रमाण पत्र जमा करना होगा अगर आपके पास कोई होम लोन या अन्य संपत्ति चल रही है।
जानें शर्तें
बैंक मार्गेज लोन के लिए अधिकांश बैंक 2 हजार रुपये से 20 हजार रुपये तक की प्रोसेसिंग फीस वसूलते हैं। ये 15वीं अवधि तक ही लोन मैक्जिमम मिलता है। लोन कहीं भी खर्च हो सकता है। इसके लिए कोई नियम या प्रतिबंध नहीं है।
जबकि मॉर्गेज लोन को इनकम टैक्स की धारा के तहत पूरी तरह से टैक्स फ्री माना जाता है। लोन लेने वाले को धन लौटाना होगा। बैंक प्रॉपर्टी को बेचकर मालिक या दावेदार से पैसा वसूल लेते हैं।